परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा विरचित
विशिष्ट कृति “नई छ्हढाला” की (3 और 6) ढाल पर
पूज्य मुनि श्री की ही अमृतमयी वाणी में
मंगल देशना
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ढाल -6
श्रावक धर्म
प्रवचन (वाचना) –19
(12-Jan-2023)
श्रावक के पास अणुव्रत की निधियाँ होना, क्यों आवश्यक है?
(काव्य: -6)
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प्रवचन (वाचना) –18
(11-Jan-2023)
परिग्रह के लोभ को कैसे कम करें?
(काव्य: -6)
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प्रवचन (वाचना) –17
(10-Jan-2023)
ब्रह्मचर्य अणुव्रत के प्रकार
एवं वर्तमान समय में इसकी आवश्यकता
(काव्य: -5)
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प्रवचन (वाचना) –16
(31-Dec-2022)
अचौर्य अणुव्रत में ध्यान रखने योग्य बातें
(काव्य: -4)
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प्रवचन (वाचना) –15
(30-Dec-2022)
सत्याणुव्रत पालन करने के लिए क्या ध्यान रखें?
(काव्य: -4)
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प्रवचन (वाचना) –14
(29-Dec-2022)
व्रती श्रावक अहिंसा अणुव्रत का पालन किस प्रकार करता है?
(काव्य: -3)
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प्रवचन (वाचना) –13
(28-Dec-2022)
व्रतों के लिए घातक तीन शल्य
एवं भगवान और गुरु के समक्ष क्या प्रार्थना करनी चाहिए?)
(काव्य: -2)
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ढाल -3
प्रवचन (वाचना) –12
(24-Dec-2022)
शुक्ल ध्यान कब और कैसे होता है?
(काव्य: -16)
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प्रवचन (वाचना) –11
(23-Dec-2022)
अध:करण,अपूर्वकरण,अनिवृत्तिकरण परिणाम
(उदाहरण सहित)
(काव्य: -15)
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दार्शनिक प्रतिक्रमण कैसे करें?
(22-Dec-2022)
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प्रवचन (वाचना) –10
(21-Dec-2022)
आत्मा की विशुद्धि कैसे बढ़ती है?
(काव्य: -14)
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प्रवचन (वाचना) –9
(20-Dec-2022)
शुद्धोपयोग कब होता है एवं अशुभ कर्म के बंध में कमी कैसे करें?
(काव्य: -13)
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प्रवचन (वाचना) –8
(19-Dec-2022)
महाव्रती निर्ग्रंथ जैन साधु की विशेषताएं
(काव्य: -12)
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प्रवचन (वाचना) –7
(18-Dec-2022)
सम्यग्दर्शन के साथ व्रतों को ग्रहण करना
(काव्य: 10-11)
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प्रवचन (वाचना) –6
(17-Dec-2022)
सम्यग्दृष्टि जीव को क्या लाभ मिलते हैं?
(काव्य: -10)
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प्रवचन (वाचना) –5
(16-Dec-2022)
सम्यग्दृष्टि जीव में होते हैं दया, अनुकम्पा और स्नेह भाव
(काव्य: 9-10)
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प्रवचन (वाचना) –4
(14-Dec-2022)
सम्यग्दर्शन प्राप्त करने के लिए कैसे भाव होने चाहिए?
(काव्य: -9)
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प्रवचन (वाचना) –3
(13-Dec-2022)
सम्यग्दृष्टि जीव, निन्दक और प्रतिक्रमण को आवश्यक क्यों मानता है?
(काव्य: -9)
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प्रवचन (वाचना) –2
(12-Dec-2022)
सम्यग्दृष्टि क्या चिन्तन करता है?
(काव्य: -9)
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