परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज की
मंगलमयी वाणी में लघु कृति “वैराग्य शतक”
पर लोक कल्याणकारी वाचना
एवं
श्रेणिक चरित्र कथा
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वाचना(प्रवचन) -17
(30-Sep-2023)
धर्म करने के लिए बुढ़ापे की प्रतीक्षा न करें
एवं चार प्रकार की शुद्धि का महत्व
(गाथा : 35-36)
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वाचना(प्रवचन) -16
(18-Sep-2023)
मेघ के समान क्षणभंगुर जीवन
और जीवन का सार
(गाथा : 32-34)
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वाचना(प्रवचन) -15
(16-Sep-2023)
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(गाथा : 29-31)
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वाचना(प्रवचन) -12
(13-Sep-2023)
जाया और माया का खेल,
संसार एक नाटक-सूत्रधार है कर्म
आत्मा को सजा (सजाओं) -देकर शरीर को सजा
(गाथा : -22)
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वाचना(प्रवचन) -11
(12-Sep-2023)
पूर्व जन्मों के अनन्त माता-पिता-बंधुओं से भरा संसार,
संसार में कौन शरण?
संसार के बन्धन हैं परिवार आदि सम्बन्ध
(गाथा : 19-21)
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वाचना(प्रवचन) -10
(11-Sep-2023)
विडम्बनाओं से भरा जीवन,
अपनी आत्मा की शरण ही सबसे बड़ी शरण
(गाथा : 16-18)
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वाचना(प्रवचन) -9
(9-Sep-2023)
संसार-आठ कर्मों का जाल,
कमल-पत्र पर जल-बूँद के समान सुख वैभव
एवं बल, सौन्दर्य, यौवन हैं काल के ग्रास
(गाथा : 13-15)
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वाचना(प्रवचन) -8
(8-Sep-2023)
सूक्ष्म कर्मों के आधीन जीवात्मा,
संसार में किसका कितना साथ?
मृत्यु के बाद भी किसका वियोग नहीं होगा?
(गाथा : 10-12)
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वाचना(प्रवचन) -7
(7-Sep-2023)
काल रूपी सर्प और भ्रमर द्वारा काया का घात,
श्री कृष्ण जन्म कथा
एवं काल से बचने का उपाय
(गाथा : 7-9)
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वाचना(प्रवचन) -6
(6-Sep-2023)
कालचक्र में घटती आयु, राग द्वेष के खेल मे पिसने से बचें
एवं राजा श्रेणिक को मुनिराज का सम्बोधन
(गाथा : -6)
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वाचना(प्रवचन) -5
(16-Aug-2023)
मैं कौन हूँ? (स्वयं को जानें)
कौन से तीन राक्षस प्रत्येक व्यक्ति के पीछे लगे हैं?
एवं राजा श्रेणिक का पश्चाताप
(गाथा : -5)
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वाचना(प्रवचन) -4
(14-Aug-2023)
दुख की फसल में सुख का बीज कैसे बोएं?
राजा श्रेणिक द्वारा दिगम्बर मुनिराज पर उपसर्ग
एवं पंथवाद को छोड़कर करें दिगम्बर साधु की आराधना
(गाथा : -4)
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वाचना(प्रवचन) -3
(12-Aug-2023)
आत्म साधना में विलम्ब करना घातक
जाप, ध्यान, दान, संयम आदि कार्य तुरन्त करें
एवं रानी चेलना द्वारा पुन: परीक्षा
(गाथा : -3)
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वाचना(प्रवचन) -2
(11-Aug-2023)
रागी और वैरागी की सोच में अन्तर
जीवन की सबसे बड़ी गलती क्या है?
एवं रानी चेलना द्वारा जिनधर्म प्रभावना और परीक्षा
(गाथा : -2)
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