आचार्य पूज्यपाद स्वामी विरचित श्री शान्तिनाथ भगवान की मनोहारी स्तुति
पर परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज की
भक्ति रस से परिपूर्ण देशना
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प्रवचन (काव्य 1-2)
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प्रवचन (काव्य-3)
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प्रवचन (काव्य-4)
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प्रवचन (काव्य-5)
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प्रवचन (काव्य-6)
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प्रवचन (काव्य-7)
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प्रवचन (काव्य-8)
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प्रवचन (काव्य-1-8)