श्रायस पथ – अथार्त कल्याण का मार्ग। इस मार्ग पर चलकर ही यह मनुष्य जन्म सफल हो पाता है। इस मार्ग पर चलने वालों को सबसे पहले कौन सा ज्ञान होना जरूरी है, यही पूज्य मुनि श्री ने इन प्रवचनों के माध्यम से समझाया है। ये प्रवचन इसलिए भी खास हैं क्योंकि ‘श्रायस पथ’ परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी की रचना है और इस रचना पर ही मुनि श्री के अनोखे चिन्तन के साथ, जन मन को भाने वाले, मानव समुदाय का मार्गदर्शन करने वाले ये प्रवचन हैं। दुर्जन से भी द्वेष ना आए, देव – आगम – गुरु की महिमा, पांच व्रत, आत्म चिंतन आदि ऐसे विषयों को लेकर अद्भुत मार्गदर्शन इन प्रवचनों में मिलता है जो सभी को हृदय से प्रभावित करता है।
1
/
2


Shrayaspath # 08, 09 | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 010, 011 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 013, 014, 015 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 016,017 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 018, 019, 020 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 026 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 027, 028 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 029 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 030 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 031 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 032 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 033 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 034 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 035 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी

Shrayaspath # 035, 036 | श्रायसपथ | मुनि श्री प्रणम्य सागर जी
1
/
2
