विद्याष्टकम्

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परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा, अपने गुरु महाराज अनासक्त महायोगी विद्यासागर जी महामुनिराज की भक्ति व स्तुति में रचित संस्कृत अष्टक “विद्याष्टकम्”

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