परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज की मंगल वाणी में उत्तम शौच धर्म पर हृदयस्पर्शी मार्गदर्शन एवं ध्यान
(लोभ के मायाजाल को कैसे पहचानें)
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आज का चिंतन:
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आज का प्रयोग – व्यवहारिक एक्टिविटी (Activity):
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आज का योग – स्वास्थ्य टिप (Health Tip):
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आज का उपयोग (कहानी आधारित चिंतन):
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परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज की मंगल वाणी में
श्री तत्त्वार्थ सूत्र वाचना एवं प्रच्छना स्वाध्याय (आज का जिज्ञासा समाधान):
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श्रावक प्रतिक्रमण:
आज आपने प्रतिक्रमण के भाव में आना है।
प्रतिक्रमण क्या है
अर्ह श्री कहते हैं जो हमने बाहर मन, वचन, काय से अतिक्रमण किया है उसको हटाना और अपने भीतर की यात्रा को प्रारंभ करने के लिए बाहर से भीतर की ओर अपने परिणामों को, उपयोग को उन्मुख करना।
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आज का एहसास Part1:
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आज का एहसास Part2:
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आज की प्रार्थना-
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