
णमोकार मय सारा जीवन बना लो ।
महामंत्र के चेतन को सजा लो ॥
1. णमोकार के पंच परमेष्ठी प्यारे ।
भरे शुद्ध भावों से जग में हैं न्यारे ॥
महामंत्र की शक्ति निज में मिला लो ।
महामंत्र से चेतना को सजा लो ॥ णमोकार……
2. रहे ज्ञान ही ज्ञान में मेरा ध्यान ।
महामंत्र सब दुःख हर ले महान ॥
सभी हो सुखी और सबका भला हो ।
महामंत्र से चेतना को सजा लो ।। णमोकार……..
3. न तन में हो रोग, न मन में अशान्ति ।
हो सारे जहाँ में परम शान्ति शान्ति ॥
परम शान्ति अर्हम् सभी को मिला लो ।
महामंत्र से चेतना को सजा लो ॥ णमोकार……