अर्हं योग द्वारा मानवता का परोपकार करने वाले परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज ने मानव समुदाय की पीड़ा और कष्ट को समझा और उनका सही मार्गदर्शन करने के लिए “21 दिन की आध्यात्मिक यात्रा” के नाम से एक प्रोग्राम शुरू किया। इस आध्यात्मिक यात्रा के प्रोग्राम ने समानव समुदाय को भय, चिंता, निराशा और depression की राह पर जाने से रोका और उन्हें एक नए उत्साह, उमंग और positiveness से भरे रास्ते पर चलना सिखाया।
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Immunity = Right Start = Morning Yog Dhyan | मुनिप्रणम्यसागर

Pump up the josh, each morning! | मुनिप्रणम्यसागर

मनुष्य की विकृति, नष्ट करे प्रकृति | मुनिप्रणम्यसागर

Earth is healing and mankind must learn a lesson | मुनिप्रणम्यसागर

Why is it important to FEAR WORLD? | मुनिप्रणम्यसागर

Why birth is gloomier than death ? | मुनिप्रणम्यसागर

Security lies within the soul | मुनिप्रणम्यसागर

Mastering weapons or serving them | मुनिप्रणम्यसागर

व्यक्ति के व्यवहार से व्यक्तित्व समझो | मुनिप्रणम्यसागर

The lost 'Indian' culture | भारत का 'अपना' कहाँ है? | मुनिप्रणम्यसागर

Where is your pride and patriotism? | मुनिप्रणम्यसागर

Contraction of Corona expansion of करुणा | मुनिप्रणम्यसागर

Donation is not a show | मुनिप्रणम्यसागर

Vertical and Horizontal growth of life | मुनिप्रणम्यसागर

अपने घर लौटे। अपना देश अपना ही है। मुनिप्रणम्यसागर
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