प्राकृत भाषा एक प्राचीन भाषा है। हमारे बहुत से ग्रंथ इसी भाषा में लिखे गए हैं। यह एक बहुत ही सरल भाषा है, जिसे कोई भी आसानी से सीख सकता है, पढ़ सकता है और सिखा सकता है। साथ में दी गई video playlist में परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज श्रावकजन को प्राकृत भाषा पढ़ना और लिखना सिखा रहे हैं। इसमें प्राकृत वर्णमाला, स्वर, व्यंजन, प्राकृत संख्या, व्याकरण और प्राकृत भाषा में संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया आदि का प्रयोग करके कैसे वाक्य बनाते हैं, यह सब समझाया गया है। साथ ही एक वीडियो में पूज्य मुनि श्री की मधुर आवाज में प्राकृत भाषा में ही आप उनका प्रवचन सुन सकते हैं जिसको सुनकर मन प्रसन्नता से भर जाता है।


पाइय सिक्खा – भाग १ | प्राकृत कक्षा | मुनि श्री प्रणम्यसागर जी | परिचय एवं वर्णमाला #Day1

पाइय सिक्खा – भाग १ | प्राकृत कक्षा | मुनि श्री प्रणम्यसागर जी | गिनती एवं शब्द नियमवाली #Day2

पाइय सिक्खा – भाग १ | प्राकृत कक्षा | तीर्थंकरों के नाम व चिंह | मुनि श्री प्रणम्यसागर जी #Day3

पाइय सिक्खा – भाग १ | प्राकृत कक्षा | गति एवं व्याकरण अभ्यास -1 | मुनि श्री प्रणम्यसागर जी #Day4

पाइए सिक्खा – भाग १ | प्राकृत कक्षा | अभ्यास १, २ के वाक्य प्रयोग | मुनि श्री प्रणम्यसागर जी #Day05

पाइए सिक्खा-भाग १ | प्राकृत कक्षा | अभ्यास २,३ के वाक्य प्रयोग। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी #Day06

प्राकृत भाषा में प्रवचन । प्राकृत दीक्षांत समारोह | Prakrit Language Pravachan
