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सुयपंचमी थुदि
(श्रुत पंचमी स्तुति)

सुयपंचमी थुदि (श्रुत पंचमी स्तुति) रचयिता- मुनि प्रणम्य सागर जी महाराज . जयउ सुयदेवदा सुगुरुमुहणिग्गदा । जयउ सुयपंचमी णाण चिंतामणी ।। . जो जिणणाणदिवायर पूयं भत्तिवसेण करेदि विमाणी । सो खलु जेट्ठसिदस्स तिहीए पंचमवासर-मिच्छदि णाणी ।। जयउ सुयदेवदा……..णाण चिंतामणी । भूयबलिस्स ससंघसुमज्झे आगमपूयण- मच्चणकज्जं । पव्वमहोच्छवमत्थ कुणंति भव्वजणा सुयपंचमिणामा ।। जयउ सुयदेवदा…………णाण चिंतामणी । पायदसद्दमयी…

नीतिवाक्यामृत

आचार्य श्री सोमदेव सूरी जी महाराज विरचित नीतिशास्त्र के प्रसिद्ध ग्रन्थ “नीतिवाक्यामृतम्” पर पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज की मंगल देशना . प्रवचन (वाचना) –15पूर्व जन्म के संस्कारों का प्रभाव, आत्मा पर तीन प्रकार केसंस्कार और उनका महत्वपूर्व संस्कारों को हटाकर नए संस्कार कैसे बनायें? . प्रवचन (वाचना) –14दोषों और बुरी आदतों को…

अर्हं ध्यान योग

अर्हं ध्यान योग  अर्हं ध्यान योग [ Fatehpur Sikri Fort,आगरा] [21 जून 2022] . . दिल्ली [मई 2022] . अर्हं ध्यान योग [सिद्ध क्षेत्र मथुरा चौरासी] [24 अप्रैल 2022] .

श्री तत्त्वार्थ सूत्र स्वाध्याय कक्षा

अध्याय -4

परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज की मंगल वाणी में तत्त्वार्थ सूत्र कानए रूप में (Animations और Visualizations के साथ) स्वाध्याय . स्वाध्याय ( Class ) –33देवों की जघन्य व उत्कृष्ट आयु, नारकियों की जघन्य आयु एवं देवों का मानसिक आहार( सूत्र: 33-42) . स्वाध्याय ( Class ) –32घातायुष्क की व्यवस्था कहाँ तक…

प्रवचनसार का सार

(गाथा 137-175)

पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा रचित ग्रन्थ और कृतियाँ Online प्राप्त करने के लिए क्लिक करें — .

धम्मपह (सदगं)

मोक्ष मार्ग की  दिशा दिखाकर, धर्म पथ पर आगे बढ़ने का उपाय बताता है, अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी परम पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा रचित यह अनमोल पथ प्रदर्शक ग्रन्थ – धम्मपह सदगं (धर्मपथ शतक) PDF . पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा रचित ग्रन्थ और कृतियाँ Online प्राप्त करने के लिए…

पंचलब्धि

PDF . पूज्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा रचित साहित्य Online प्राप्त करने के लिए क्लिक करें — .

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