लक्ष्य ऊँचा करके चल बन्दे सफ़र में
पथ बताते मील के पत्थर मिलेंगे ।।1।।
मुश्किलों से गुजरने की आरजू में
शूल भी ये फूल से बनकर खिलेंगे ।।2।।
पक्षियों सा उड़ सदा आकाश में
चाँद-तारे राह के दीपक बनेंगे ।।3।।
हौसले कमजोर ना कर इस जहाँ में
हर कदम पर हम विजेता बन चलेंगे ।।4।।
मेरी खिदमत में कोई हाजिर न हो
कष्ट में भी हम नहीं कुछ भी कहेंगे ।।5।।
भावनाओं पर हमें विश्वास ऐसा
स्वयं भगवान से जाकर मिलेंगे ।।6।।